Stories

  • नई साझेदारी के माध्यम से ऐनाबैपटिस्ट धर्मविज्ञान/ शिक्षा को विश्व भर में पहुँचाना सम्भव हुआ

    मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेंस और एएमबीएस के बीच “वरदानों को बाँटने” की साझेदारी आरम्भ संसार भर के मेनोनाइट भाई बहन ऐनाबैपटिस्ट धर्मविज्ञान की शिक्षा, ऐनाबैपटिस्ट पहचान की स्थापना, और अगुवे तैयार करने हेतु ललायित हैं, परन्तु ऐनाबैपटिस्ट कॉलेज, यूनिवर्सिटी, या सेमनरी में प्रवेश प्राप्त कर पाना बहुत से देशों के मेनोनाइट लोगों के लिए सम्भव नहीं…


  • अन्तर्राष्ट्रीय टीम, एक ही लक्ष्यः इण्डोनेशिया में 17वें विश्व सम्मेलन की तैयारी

    प्रत्येक छह वर्षों में पाँच दिनों के लिए आराधना, संगति, और शिक्षा के उद्देश्य से हजारों मेनोनाइट लोगों को किस प्रकार से इकट्ठा किया जा सकता है? ढेर सारी तैयारी, प्रार्थना, और सहयोगियों के माध्यम से। 17वें विश्व सम्मेलन की तैयारी आरम्भ करने में मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेंस की सहायता करने के लिए नया स्टाफ अपना…


  • एमडब्ल्यूसी द्वारा आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार

    सम्मेलन की तिथि आगे बढ़ी, सेवा की शर्तों व आर्थिक नीतियों में संशोधन एमडब्ल्यूसी के अध्यक्ष जे. नेलसन क्रेयबिल ने कार्यकारिणी समिति की द्वितीय बैठक का आरम्भ करते हुए कहा, “जैसा कि गिनती की पुस्तक में वर्णन किया गया है, जंगल में इस्राएलियों के समान, हम भी एक यात्रा में साथ साथ चल रहे हैं,…


  • अपना बपतिस्मा स्मरण रखें

    त्रिपक्षीय वार्ता की रिर्पोट में एक दूसरे से मिली भेंटों और सामने खड़ी चुनौतियों को प्रस्तुत किया गया लूथरन-मेनोनाइट-रोमन कैथोलिक त्रिपक्षीय वार्ता रिर्पोट का प्रकाशन किया जा चुका है। इस रिर्पोट में इन तीन सहभागिताओं के सामने खड़ी वर्तमान पासबानी और मिशन सम्बन्धी चुनौतियों के प्रकाश में बपतिस्मा की समझ और बपतिस्मा को व्यवहार में…


  • एमडब्ल्यूसी द्वारा परमाणु हथियारों के विरोध में एक वक्तव्य पर हस्ताक्षर

    अगस्त 2020 जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए परमाणु हमले की 70वीं वर्षगाँठ है। मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेंस (एमडब्ल्यूसी) संसार भर के विश्वासी समुदायों के एक बड़े संघ में शामिल हुआ है जिसने सरकारों से आव्हान किया है कि परमाणु हथियारों पर प्रतिबन्ध की संधि को दृढ़ करें। इस वक्तव्य में कहा गया है, “परमाणु…


  • “निर्भीकता से ही नया आरम्भ किया जा सकता है”

    ऐस्ट्रिड वोन श्लाक्टा का कहना है कि 16वीं शताब्दी में कोई “ऐनाबैपटिस्ट धर्मविज्ञान” नहीं था – उस समय अनेक ऐनाबैपटिस्ट धर्मविज्ञान थे। ऐस्ट्रिड एक मेनोनाइट इतिहासकार हैं और 2025 में ऐनाबैपटिस्टवाद की 500वीं वर्षगाँठ के कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे हैं। “डेयरिंग” (निर्भीकता) मेनोनाइट और बैपटिस्ट कलीसिया की इस संयुक्त परियोजना का नाम है जिसमें…


  • एमडब्ल्यूसी की कलीसियाएं सक्रिय

    पर्यावरण बदलाव को लेकर एमडब्ल्यूसी की अनेक सदस्य कलीसियाएं कदम उठा रही हैं। यहाँ कुछ उदाहरण दिए गए हैं। इथोपिया में, मेसेरेते क्रिस्तोस चर्च (एमकेसी) की मण्डलियाँ देश की सरकार के द्वारा 2020 की वर्षा ॠतु में 50 लाख पौधे लगाने की ग्रीन लैगसी चुनौती में भाग ले रही हैं। एमकेसी ने अपने समाचार पत्र…


  • कोविड-19 वैश्विक सहायता कोष के माध्यम से कलीसियाओं की सहायता

    “यह हम में पाए जाने वाले मसीह के प्रेम को उन पर प्रगट करेगा; कि हम उनकी चिन्ता करते हैं और उन का ध्यान रखते हैं, यह उनके चेहरों पर मुस्कान भी लाएगा,” यह बात बिशप डॉ. बिजोय कुमार राउल, सभापति, ब्रदरन इन ख्राइस्ट चर्च, कटक, ओडिसा, भारत ने कहा। मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेंस कोविड-19 की…


  • हमारी एकजुटता और हमारा एक दूसरे के साथ जुड़ा रहना

    As I write these words, our world is embroiled in several struggles. First, we have been clutched by a global pandemic which has disrupted any sense of normalcy we may have assumed. Our second struggle is with overt expressions of deeply rooted racism that continues to kill and oppress black and brown brothers and sisters.


  • युवा ऐनाबैपटिस्ट परमेश्वर में अपना उद्देश्य प्राप्त कर रहे हैं

    कोलम्बिया के बगोटा की एक ऐनाबैपटिस्ट युवा लिलिया एर्नागुरेन कहती है, “यूहन्ना 17ः3 कहता है कि हमारा उद्देश्य परमेश्वर को जानना और परमेश्वर में पाए जाने वाले अनन्त जीवन का अनुभव करना है, जब हम यीशु के साथ रिश्ता जोड़ कर उस के साथ चलते हैं, तो उसकी शान्ति हमारे जीवन से बहते हुए दूसरों…


  • अलफ्रेड न्यूफेल्ड फ्रीज़न

    23 जुलाई 1955-24 जून 2020 मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेंस (एमडब्ल्यूसी) ने अलफ्रेड न्यूफेल्ड फ्रीज़न के रूप में, एक ऐसे विद्वान लेखक, धर्मज्ञानी, इतिहासकार और शिक्षक को खो दिया, जिन्होंने विश्व स्तर पर ऐनाबैपटिस्ट धर्मविज्ञान को दिशा प्रदान किया। 24 जून 2020 को म्युनस्टर, जर्मनी में लिवर कैंसर और किडनी की बीमारी के इलाज के दौरान उनकी…


  • क्या यह विश्व सम्मेलन भी एक आश्चर्यकर्म सिद्ध होगा?

    क्या आप यह जानते हैं कि दक्षिण विश्व में आयोजित मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेंस के विश्व सम्मेलनों से ठीक पहले लगातार तीन अवसरों पर विश्वव्यापी महामारियाँ आईं हैं? 2003 में जिम्बाब्वे में, सार्स के रूप में (सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम), 2009 में, ए1एन1 के रूप में (स्वाइन फ्लू) महामारी आई। और अब, अगले वर्ष निर्धारित विश्व…