पर्यावरण बदलाव को लेकर एमडब्ल्यूसी की अनेक सदस्य कलीसियाएं कदम उठा रही हैं।
यहाँ कुछ उदाहरण दिए गए हैं।
इथोपिया में, मेसेरेते क्रिस्तोस चर्च (एमकेसी) की मण्डलियाँ देश की सरकार के द्वारा 2020 की वर्षा ॠतु में 50 लाख पौधे लगाने की ग्रीन लैगसी चुनौती में भाग ले रही हैं। एमकेसी ने अपने समाचार पत्र में इस प्रकार से लिखा है, “हम मानते हैं कि पौधे लगाना पर्यावरण के प्रति हमारे भण्डारीपन का एक हिस्सा है।”
एमकेसी मुख्यालय के कर्मचारियों और मिसरेक स्थानीय कलीसिया ने 2019 में 2000 पौधे लगाए थे। वे इस वर्ष भी 3000 पौधे लगाना चाहते हैं।
उदाहरण के लिए, मेहाल असेल्ला और अब्रामिनक एमकेसी मण्डलियों ने अपने चर्च परिसर में फलों के वृक्ष लगाए हैं। सदस्य इन वृक्षों की देखभाल करते हैं जिन्हें भोजन के साथ साथ जमीन में सुधार लाने के उद्देश्य से लगाया गया है।
एमकेसी कलीसिया के सदस्य वनों को पुनःजीवित करने की एक सरकारी परियोजना में भाग ले रहे हैं।
एमकेसी अपनी मण्डलियों के युवाओं को तैयार करना चाहती है कि वे न सिर्फ कलीसिया की जमीनों पर पेड़ लगाए परन्तु सार्वजनिक भूमि के हितग्राहियों के साथ मिलकर इन भूमियों पर भी पौधे लगाने के लिए कार्य करें।
मेनोनाइट डियाकोनिया सर्विस (एमडीएस) ने मध्य सुलावेसी के तोरो ग्राम में, या न्गाटा तोरो में कुलवि पर्वत की ढलान को फिर से हरियाली से भरने में अग्रणी भूमिका निभाई है ताकि वर्षा ॠतु के दौरान होने वाले भूस्खलन के जोखिम को कम किया जा सके। एक स्थानीय कलीसिया के साथ मिलकर, उन्होंने स्थानीय जनजातियों को भी तैयार किया है कि वे अपने वनों की रक्षा करें और भूमि को संरक्षित करते इसका उपयोग अपने जीवन व्यापन के लिए करें।
एमडीएस के सभापति रेव्ह. पॉलसन हारटोना कहते हैं, “हम यह प्रयास कर रहे हैं ताकि समुदाय के लोग भूमि के सहारे स्थायी रूप से अपना जीविकोर्पाजन कर सकें और पर्यावरण में बदलाव के जोखिम को कम कर सकें।”
विन्नीपेग, मोनिटोबा, कनाडा में, फोर्ट गैरी मेनोनाइट फैलोशिप ने बिजली की व्यवस्था के लिए अपनी कलीसिया की छत पर सोलर पेनल लगाया है। इस मण्डली में एक भी वेतनभोगी सेवक नहीं हैं, इस मण्डली ने 40,000 डालर की कीमत का पेनल लगाने के लिए राशि एकत्रित किया, इसके लिए स्थानीय विद्युत विभाग की ओर से अनुदान भी प्राप्त हुआ।
सोलर पेनल से फोर्ट गैरी मेनोनाइट फैलोशिप इन कनाडा के लिए सौर उर्जा का प्रबन्ध किया गया है।
पीटर स्वाटजेकी ने अपनी मण्डली के लिए इस परियोजना को इसलिए संचालित किया क्योंकि, यीशु के अनुयायियों के रूप में, “ऐसा करना उचित है।” इन सोलर पेनलों से कलीसिया में बिजली की काफी आवश्यकताएं पूरी हो जाती हैं। वे कहते हैं, “यह अधिक सम्भाल कर उपयोग करने वाली (संरक्षण की) एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है, जिसमें कम्पोस्ट बनाना, बगीचे लगाना, और रिसाइकल की जाने वाली बेटरी का उपयोग करना शामिल है।”
इस वर्ष, इस मण्डली की योजना पौधारोपण की है।
मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेस विज्ञप्ति
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A Mennonite World Conference release