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कोविड-19 वैश्विक सहायता कोष के माध्यम से कलीसियाओं की सहायता

“यह हम में पाए जाने वाले मसीह के प्रेम को उन पर प्रगट करेगा; कि हम उनकी चिन्ता करते हैं और उन का ध्यान रखते हैं, यह उनके चेहरों पर मुस्कान भी लाएगा,” यह बात बिशप डॉ. बिजोय कुमार राउल, सभापति, ब्रदरन इन ख्राइस्ट चर्च, कटक, ओडिसा, भारत ने कहा।

मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेंस कोविड-19 की इंटर एजेंसी टास्क फोर्स ने 21 राहत प्रस्तावों को मंजूरी दी है, जिसमें बीआईसी चर्च उड़िसा के बिशप बिजोय राऊल का भी प्रस्ताव शामिल है।

अफ्रीका, एशिया, और लैटिन अमरीका में एमडब्ल्यूसी की सदस्य ऐनाबैपटिस्ट कलीसियाओं की ओर से प्राप्त सभी प्रस्तावों में भोजन व स्वच्छता सामग्रियों का वितरण शामिल है। कोविड -19 कोष की सहायता से, चार देशों की स्थानीय कलीसियाएं हजारों परिवारों को राहत पहुँचाएंगी, और कलीसिया के सदस्यों और अपने पड़ोसियों तक गोचर रूप में मसीह के प्रेम को बाँटेंगी।

  • बुरकीनो फासो के केन्ने डोउगोउ में कृषकों और उद्यमियों को अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए बीज और लघुॠण उपलब्ध कराने के द्वारा सहायता।
  • भारत के उड़िसा में छह क्षेत्रों के 700 परिवारों के लिए भोजन और स्वास्थ्य सामग्रियों की आपूर्ति, यहाँ बहुत से लोगों ने अपनी नौकरियाँ खो दी हैं।
  • इक्वाडोर में समुदाय के कम आय वर्ग के 500 सदस्यों को भोजन और स्वास्थ्य सामग्रियों का वितरण।
  • डीआर काँगो में शिक्षाः कलीसिया के अगुवों को स्वास्थ्य और आरोग्य प्रशिक्षकों के रूप में तैयार करना; फ्रेंच, किकोंगो, लिंगाला और त्शिलुबा भाषा में पर्चे तैयार कर वितरित करना, रेडियो पर सकारात्मक संदेश प्रसारित करना; कलीसियाओं और स्कूलों में स्वच्छता सामग्रियाँ उपलब्ध कराना।
  • इण्डोनेशिया के सुम्बा की एक आउटपोस्ट कलीसिया के सदस्यों के लिए भोजन सामग्रियाँ; यह एक छोटा सा द्वीप है जिसकी ओर इण्डोनेशिया की सरकार का ध्यान अक्सर नहीं जाता और न यहाँ कोई समाजसेवा संस्था सक्रिय है।
  • केन्या के किसुमु काऊंटी के छह क्षेत्रों में 900 से अधिक परिवारों को सहायता, जो कोविड-19 के तहत लागू प्रतिबन्धों के साथ साथ भयानक बाढ़ की समस्या से भी प्रभावित हैं।
फोटोः कोविड 19 से पहले बिशप बिजोय राऊल एक बाजार में।

उपरोक्त परियोजनाओं के लिए जीसीएसएफ कोविड-19 फण्ड के लाभार्थी/प्राप्तकर्ता

  • बुरकीना फासोः इग्लेसे इव्हाजिलिके मेनोनाइट डू बुरकीना फासो
  • भारतः मेनोनाइट चर्च सर्विस फैलोशिप ऑफ इण्डिया (एमसीएसएफआई)
  • इक्वाडोरः इव्हाजलिका मेनोनिटा इक्वाटोरियाना
  • डीआर काँगोः सीओएनआईएम (कोमिटे नेशनल इन्टर मेनोनाइट) – तीन मेनोनाइट काँफ्रेंसों का एक संगठनः कम्युनाटे डेस इग्लेसेस डे फे्ररेस मेनोनाइट्स अउ काँगो (सीइएफएमसी), कम्युनाउटे मेनोनाइट अउ काँगों (सीएसीओ), कम्युनाटे इव्हाजलिक मेनोनाइट (सीइएम)।
  • इण्डोनशियाः जीकेएमआई (जीरेगा क्रिस्टेन मुरिया इण्डोनेशिया एक्कलीसिया – मुरिया क्रिश्चन चर्च)
  • केन्याः केन्या मेनोनाइट चर्च

एमडब्ल्यूसी कोविड सहायता कोष के विषय कुछ जानकारियाँ

मेनोनाइट वर्ल्ड काँफ्रेंस ने विश्व भर की 10 से भी अधिक ऐनाबैपटिस्ट एजेंसियाँ की सहायता से कोविड-19 टास्क फोर्स का गठन किया ताकि विश्वव्यापी महामारी के कारण दक्षिण विश्व (उत्तर अमरीका और यूरोप के बाहर के वे देश जो आर्थिक, सामाजिक, और राजनैतिक रूप से अपेक्षाकृत कमजोर हैं) में उत्पन्न आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके।

एमडब्ल्यूसी के डीकन्स कमीशन और विश्व भर के प्रतिनिधियों के नेतृत्व में, दल के द्वारा जवाबदेही के मानदण्ड का निर्धारण किया जाता है और फिर परियोजनाओं के प्रस्तावों पर विचार कर उन्हें पूरा करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाती है। आपस में मिलकर अनेक एजेंसियाँ अलग अलग संगठनों की शक्ति को अधिकतम क्षमता तक पहुँचा देती हैं, प्राथमिक रिश्तों के वर्तमान नेटवर्क को दृढ़ता प्रदान करते हुए आगे बढ़ाती है, और कठिनाई से प्राप्त कोष को प्राप्त करने की होड़ को कम करती है।

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